क) निम्नलिखित पद्य-खंडों को पढ़कर उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए ।

1) ऐ मेरे वतन के लोगों ! तुम खूब लगा लो नारा !

   यह शुभदिन है सब का ! लहरा लो तिरंगा प्यारा

   पर मत भूलो सीमा पर ! वीरों ने है प्राण गँवाए ।

   कुछ याद उन्हें भी कर लो ! जो लौट के घर ना आए !


प्रश्न – 1) यह पद्य-खंड किस कविता से लिया गया है ?

उ: यह पद्य-खंड ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ इस कविता से लिया गया है ।

2)  इस कविता के कवि का नाम क्या है ?
उ: इस कविता के कवि का नाम प्रदीप है ।

3) सभी भारतवासियों के लिए शुभदिन पर कवि उनसे क्या करने को कहता है ?
उ: कवि सभी भारतवासियों से शुभदिन पर नारा लगाने और तिरंगा फहराने के लिए कहता है ।

4) वीरों ने कहाँ प्राण गँवाए हैं ?
उ: वीरों ने देश की सीमा पर प्राण गँवाए हैं ।

2) जब देश में थी दीवाली ! वो खेल रहे थे होली !

  जब हम बैठे थे घरों में ! वो झेल रहे थे गोली !

  संगीन पे धर कर माथा ! सो गए अमर बलिदानी!

 जो शहीद हुए हैं उनकी ! ज़रा याद करो कुर्बानी !

प्रश्न- 1) यह पद्य-खंड किस कविता से लिया गया है ?
उ: यह पद्य-खंड ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ इस कविता से लिया गया है ।

2)  इस कविता के कवि का नाम क्या है ?
उ: इस कविता के कवि का नाम प्रदीप है ।

३) जब देश दिवाली मना रहा था तब सैनिक क्या कर रहे थे ?
उ: जब देश दिवाली मना रहा था तब सैनिक रणभूमि में खून की होली खेल रहे थे ।

4) जब देशवासी घरों में थे तब से सैनिक क्या कर रहे थे ?
उ:  जब देशवासी घरों में थे तब वीर सैनिक रणभूमि में शत्रुओं की गोली निडरता से झेल रहे थे ।

ख) निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 15-20 शब्दों में लिखिए ।

1) जब देश में दिवाली मनाई जा रही थी तब सीमा पर सैनिक क्या कर रहे थे ?
उ: जब देश में दीवाली मनाई जा रही थी, तब सीमा पर सैनिक खून से होली खेल रहे थे ।

२) आजादी खतरे में पड़ी देखकर सैनिक कब तक लड़ते रहे ?
उ:  आजादी खतरे में पड़ी देखकर सैनिक अपनी अंतिम साँस तक वीरता से दुश्मन से लड़ते रहे।

3) कवि ने जवानों की जवानी को धन्य क्यों कहा है ?
उ: जवानों ने सरहद पर देश की रक्षा करने हेतु अपनी जवानी कुर्बान कर दी, इसलिए कवि ने उनकी जवानी को धन्य कहा है ।

4) सैनिक अंत में क्या कह गए ?
उ:  सैनिक अंत में देशवासियों से कह गए कि हमारा अंत समय आ गया है, हम अपने सफर को निकलते हैं परंतु तुम सब आजादी से खुश रहना ।

ग) निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 25-30 शब्दों में लिखिए ।

1) सरहद पर शहीद होने वीरों के होने वाले वीरों के बारे में कवि ने हमें क्या बताया है ?
उ: सरहद पर वीर जवान अपनी जान की परवाह किए बिना दिन-रात देश की रक्षा करते हैं ताकि पूरा देश चिंता रहित होकर रह सके । वे अंतिम साँस तक दुश्मन का मुकाबला करते रहते हैं और अपने प्राणों की आहुति दे देते हैं । सरहद पर कुर्बानी देनेवाले सारे जवान केवल भारतवासी होते हैं । पर्वत पर गिरने वाला खून भी केवल हिंदुस्तानी ही होता है ।

2) कवि हमें सैनिकों की कुर्बानी को याद करने के लिए क्यों कहता है ?
उ: देश की सरहद पर वीर सैनिक देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की कुर्बानी दे देते हैं । जब हम देशवासी सुख से खुशी से अपने घरों में दिवाली मनाते हैं तब वीर सैनिक सरहद पर खून की होली खेलते हैं, अपने सीने पर दुश्मनों की गोलियां झेलते हैं, विषम मौसम तथा परिस्थितियों में जूझकर कुर्बान होकर यह हमें सुरक्षा प्रदान करते हैं । अतः हमें सदैव इनके बलिदान को स्मरण करना चाहिए ।

3) सभी भारतवासियों को कवि ने शुभदिन पर क्या करने को कहा है ?
उ: ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ इस कविता द्वारा कवि देश की रक्षा करते सीमा पर तैनात शहीद वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं । कवि कहते हैं कि आज हम आजाद हैं और जब आजादी का पर्व मना रहे हैं तो हमें इस शुभदिन पर शहीद वीर सैनिकों को नहीं भूलना चाहिए । कवि आग्रह करते हैं कि हमें शहीदों के अमर बलिदान को हमेशा स्मरण करना चाहिए । ऐसे दीवाने और अभिमानी सैनिकों की कुर्बानी हमें नम आंखों से याद करनी चाहिए ।