I. कविता की पंक्तियाँ पूरी करो-

1. रंग-बिरंगे पंख तुम्हारे, सबके मन को भाते हैं।
उ: कलियाँ देख तुम्हें खुश होती फूल देख मुस्काते हैं।

2. पास क्यों नहीं आती तितली
: दूर-दूर क्यों रहती हो?

3. फूल-फूल के कानों में जा
उ: धीरे-से क्या करती हो?

4. इस डाली से उस डाली पर
उ: उड़-उड़कर क्यों जाती हो?

5. हमसे क्यों शर्माती हो?
उ: फूल-फूल का रस लेती हो, हमसे क्यों शर्माती हो?

2. समान अर्थ वाले शब्दों को रेखा खींचकर मिलाओ।
उ:
भाते हैं – अच्छे लगते हैं
खुश होना – प्रसन्न होना
डाली – शाखा
शर्माना – लजाना
ललचाना – लुभाना

3. निम्नलिखित शब्दों का अपने वाक्यों में प्रयोग करो-

1. रंग-बिरंगा – मेरे जहन में अक्सर यह सवाल आता है कि आसमान में उड़नेवाले पंछी
रंग-बिरंगे क्यों होते हैं।

2. हाथ न आना – पुलिस ने बहुत कोशिश की परंतु वह चोर हाथ न आया।

3. कानों में कहना – रमा ने अपनी बात अपनी माँ के कानों में कहकर वहाँ से चली गयी।

4. शर्माना – रेखा ने सबको नमस्ते किया और शरमाती हुई कोने में खड़ी हो गई।

4. कविता के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो ।

1. तितली के पंख कैसे होते हैं?
उ: तितली के पंख रंग-बिरंगे होते हैं।

2. कविता में तितली को क्या कह कर बुलाया गया है?
उ: कविता में तितली को तितली रानी कहकर बुलाया गया है।

3. कलियाँ और फूल तितली को देखकर क्या करते हैं?
उ: कलियाँ तितली को देखकर खुश होती हैं और फूल तितली को देखकर मुस्कुराते हैं।

4. तितली उड़-उड़कर कहाँ जाती है?
उ: तितली उड़-उड़कर इस डाली से उस डाली पर जाती है।