1. ताजी हवा के बारे में कवि क्या कहता है?
उ: ताजी हवा जलाशय में अपना हर अंग भिगो लेती है।
2. कवि हमसे कौन-सी विनती करता है?
उ: कवि हमसे पेड़ ना काटने की विनती करता है।
3. कवि हमारे पास कैसी धरती के बारे में सोचता है?
उ: कवि हमारे पास फल-फूलों से लदे बगीचों की धरती के बारे में सोचता है।
4. कवि की राय में दुनिया को हरा-भरा कौन रखता है?
उ: कवि की राय में दुनिया को हरा-भरा, पेड़ रखते हैं।
5. कवि हमें पेड़ों के संग क्या करने को कहता है?
उ: कवि हमें पेड़ों के संग बढ़ने, खिलने, इतराने तथा हिलने को कहते हैं।
6. कवि क्यों कहता है कि आज की सभ्यता वहशी बन गई है?
उ: आज की सभ्यता वहशी बन गई है, कवि ऐसा इसलिए कहते हैं क्योंकि मानव अपने स्वार्थ के लिए पेड़ों को अंधाधुंध काट रहा है।
7. कवि की राय में आज सभ्यता क्या बन गई है?
उ: कवि की राय में आज सभ्यता वहशी बन गई है।
8. बगीचे में कवि क्या देखना चाहता है?
उ: बगीचे में कभी फूल-फल से लदे बगीचे और चिड़ियाँ देखना चाहता है।
9. कविता के कवि का नाम लिखो?
उ: सर्वेश्वरदयाल सक्सेना।
वाक्य बनाओ:
1. धरती – हमारी धरती बहुत ही सुंदर है।
2. विनती – मैं आप सब से विनती करती हूँ कि कृपया शांति बनाए रखें।
3. शाखें – वृक्ष की शाखें मजबूत होती है।
4. बाग – बाग में रंग-बिरंगे फूल खिले हैं।
5. भोले – आजकल सब भोले लोगों का फायदा उठाते हैं।
6. ताजी – सुबह और शाम की ताजी हवा स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी हैं।
7. दुष्कर्म – अदालत ने गोपाल को उसके दुष्कर्म की सजा दी ।
विलोम शब्द
खुशबू – बदबू स्वच्छ – अस्वच्छ निर्मल – अनिर्मल
ताजी – बासी छोटी – बड़ी शांत – अशांत
विनती – आज्ञा सभ्य – असभ्य दुष्कर्म – सत्कर्म