अभ्यास प्रश्न

() निम्नलिखित गद्य खंडों को ध्यान पूर्वक पढ़ कर उनके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए

. मैं जैसे ही खाने के कमरे में पहुँचती, वह खिड़की से बाहर निकलकर आँगन की दीवार, बरामदा पार करके मेज़ पर पहूँच जाता और मेरी थाली में बैठ जाना चाहता। बड़ी कठिनाई से मैंने उसे थाली के पास बैठना सिखाया, जहाँ बैठकर वह मेरी थाली में से एक -एक चावल उठाकर बड़ी सफाई से खाता रहता। काजू उसका प्रिय खाद्य था और कई दिन काजू न मिलने पर वह अन्य खाने की चीजें या तो लेना बंद कर देता या झूले से नीचे फेंक देता था।

प्रश्न  i) यह गद्य-खंड किस पाठ से लिया गया है?
उ:
यह गद्य-खंड गिल्लू पाठ से लिया गया है।

ii) इस पाठ की लेखिका का नाम क्या है?
उ:
इस पाठ की लेखिका का नाम ‘महादेवी वर्मा’ है।

iii) लेखिका के खाने के कमरे में पहुँचने पर गिल्लू क्या करता था?
उ:
लेखिका के खाने के कमरे में पहुँचने पर गिल्लू खिड़की से बाहर निकलकर आँगन की दीवार और बरामदा पार करके मेज़ पर पहुँच जाता और लेखिका की थाली में बैठ जाना चाहता।

iv) गिल्लू का प्रिय खाद्य कौन-सा था?
उ:
गिल्लू का प्रिय खाद्य काजू था।

v) गिल्लू खाने की चीजें झुले से नीचे क्यों फेंकता था?
उ:
कई दिन काजू न मिलने पर गिल्लू अन्य खाने की चीज़ें या तो लेना बंद कर देता या झूले से नीचे फेंक देता था।

. गिलहरियों के जीवन की अवधि दो वर्ष से अधिक नहीं होती, अतः गिल्लू के जीवन का अंत आ ही गया। दिनभर उसने ना कुछ खाया न बाहर गया। रात में अंत की यातना में भी वह अपने झूले से उतरकर मेरे बिस्तर पर आया और ठंडे पंजों से मेरी वही उँगली पकड़कर हाथ से चिपक गया, जिसे उसने अपने बचपन की मरणासन्न स्थिति में पकड़ा था।

प्रश्न– i) यह गद्य-खंड किस पाठ से लिया गया है?

उ: यह गद्य-खंड ‘गिल्लू’ पाठ से लिया गया है।

ii) इस पाठ की लेखिका का नाम क्या है?
उ:
इस पाठ की लेखिका का नाम ‘महादेवी वर्मा’ है।

iii) गिलहरी के जीवन की अवधि कितनी होती है?
उ:
गिलहरी के जीवन की अवधि दो वर्ष से अधिक नहीं होती।

iv) गिल्लू ने अपने जीवन का अंत निकट आने पर क्या किया?
उ:
गिल्लू जीवन का अंत निकट आने पर गिल्लू ने दिनभर न कुछ खाया न बाहर गया।

v) गिल्लू ने लेखिका की ऊँगली कब पकड़ी?
उ:
जब गिल्लू के जीवन का अंत आ गया था, तब उसने अपने अंत की यातना में झूले से उतरकर, लेखिका के बिस्तर पर आकर, उनकी ऊँगली पकड़ी।

() निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्नों का उत्तर दसपंद्रह शब्दों में लिखिए।

i) लेखिका को चौंकाने के लिए गिल्लू कहाँ छिप जाता था?
उ:
लेखिका को चौंकाने के लिए गिल्लू सोनजुही लता की सघन हरीतिमा में छिपकर बैठता था, कभी फूलदान के फूलों में और कभी पर्दे की चुन्नट में छिप जाता था।

ii) जख्मी गिल्लू के लिए महादेवी जी ने कौन-से उपचार किए?
उ:
जख्मी गिल्लू के लिए महादेवी जी अपने कमरे में ले आई और फिर रुई से रक्त पोंछकर घावों पर पेंसिलिन का मरहम लगाया।

iii)  गिल्लू आश्वस्त कब हुआ?
उ:
घाव पर पेंसिलिन मरहम लगाने के बाद, तीसरे दिन गिल्लू आश्वस्त हो गया।

iv) लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू ने कौन-सा उपाय सोचा?
उ:
लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू उनके पैरों के पास आकर खेलता फिर सर्र से पर्दे पर चढ़ जाता फिर उसी तेजी से उतरता।

v) लेखिका के घर में कौन-सी समस्या खड़ी हो गई?
उ:
जब लेखिका ने गिल्लू को बाहरी गिलहरियों के साथ खेलने के लिए मुक्त किया, तब गिल्लू को घर में पले कुत्ते, बिल्लियों से बचाने की समस्या खड़ी हो गई।

vi) अस्पताल से लौटने पर गिल्लू के झूले की सफ़ाई करते समय लेखिका को क्या मिला?
उ:
अस्पताल से लौटने पर गिल्लू के झूले की सफ़ाई करते समय लेखिका को उसमें काजू भरे मिले।

vii) लेखिका को अस्पताल में क्यों भर्ती होना पड़ा?
उ:
एक मोटर दुर्घटना में घायल होने के कारण लेखिका को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।

() निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर चालीस पचास शब्दों में लिखिए।

i) गिल्लू में कौन-कौन से गुण थे?
उ:
गिल्लू छोटा-सा गिलहरी का बच्चा था लेकिन वह बड़ा समझदार था। लेखिका को चौंकाने और प्रसन्न करने के लिए वह पर्दे पर ऊपर-नीचे दौड़ लगाता था। लेखिका की थाली के पास बैठकर बड़े ढंग से एक-एक चावल उठाकर खाता था। उसमें मनुष्यों जैसा व्यवहार भी था। जब लेखिका के अस्वस्थ होने पर गिल्लू उनके सिरहाने तकिए पर बैठकर उनके सिर और बालों को एक निपुण व्यक्ति के समान धीरे-धीरे सहलाया करता था।

ii) सोनजुही की कली को देखकर लेखिका को गिल्लू क्यों याद आया?
उ:
सोनजुही लता से गिल्लू को बहुत अधिक प्यार था। वह लेखिका को चौंकाने के लिए उसी की पत्तियों में  छिपकर बैठ जाता था। उसकी मृत्यु के बाद लेखिका ने उसे सोनजुही के लता के नीचे ही समाधि दी थी। अब सोनजुही पर सब कोई फूल आता, तब लेखिका को गिल्लू और उसकी शरारतें याद आती। उन फूलों में लेखिका को गिल्लू की छवि दिखाई देती थी।

iii) लेखिका को गिल्लू किस अवस्था में मिला?
: लेखिका को गिल्लू गमले और दीवार की संधि में छिपा हुआ मिला। शायद वह छोटा-सा जीव अपने घोंसले से गिर पड़ा था और कौवे उसे अपना आहार बनाना चाह रहे थे। जब लेखिका उसे उनसे बचाकर उठाकर अपने कमरे में लाई तब कौवे के चोंच से उसके शरीर पर दो घाव थे।

iv) लेखिका के अस्वस्थ होने पर गिल्लू ने उसकी सेवा कैसे की?
उ:
लेखिका के अस्वस्थता में गिल्लू तकिए पर सिरहाने बैठकर अपने नन्हें-नन्हें पंजों से लेखिका के सिर और बालों को हौले-हौले सहलाता रहता कि उसका हटना लेखिका को एक परिचारिका के हटने के समान लगता।