() निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर पन्द्रह/बीस शब्दों में लिखिए।

(i) सगुन मनाती कौशल्या माँ काग से क्या पूछती है?
उ:
कौशल्या माँ काग से पूछती है कि उनके पुत्र राम, सीता और लक्ष्मण वनवास काटकर वन से कब लौटेंगे।

(ii) श्री रामजी को देखने के बाद माँ कौवे को क्या देना चाहती है?
उ:
श्री राम जी को देखने के बाद माँ कौवे को दूध-भात देना चाहती है और उसकी चोंच सोने से मढ़वा देना चाहती है।

(iii) माँ कौशल्या बेटे के वनवास की अवधि की समाप्ति को समीप जानकर क्या करती है?
उ:
माँ कौशल्या ज्योतिषी को बुलाकर बड़ी अनुनय विनय के साथ उनसे राम के आगमन का समय पूछती है।

() निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर पच्चीस/तीस शब्दों में लिखिए।

(i) कवि तुलसीदासजी के अनुसार माँ-कौशल्या किस प्रकार सगुन मनाती है?
उ:
माँ-कौशल्या राम के वियोग में व्याकुल है। वह बेटे श्री राम का वियोग सह नहीं सकती। वे काग से पुत्र की वापसी का समाचार आने पर उसे दूध-भात देने और उसकी चोंच सोने से मढ़वा देने का वादा करती है। वे ज्योतिषी को बुलाकर राम के आगमन का समय पुछती है। इस प्रकार माँ-कौशल्या सगुन मनाती है।

(ii) कवि तुलसीदासजी के अनुसार श्री राम जी के आने का समाचार सुनकर माँ कौशल्याजी की क्या स्थिति हुई?
उ:
कौशल्या माँ आतुर होकर अपने बेटे श्री राम, सीता और लक्ष्मण की वन से लौटने की प्रतिक्षा कर रही है। वह उनके आने के लिए सगुन भी मना रही थी। व्याकुल होकर कागा के बेटे के कुशल-मंगल के बारे में पूछती है तथा उसे दूध-भात देने और उसकी चोंच सोने से मढ़वा देना चाहती है। ज्योतिषी से राम के लौटने का समय पुछती है। जब उन्हें राम के आगमन का समाचार मिलता है तो बिन जल के तड़पती मछली को पानी मिल जाए उस भाँति उनके प्राण जैसे वापस आ गए हो और वह प्रसन्न हो जाती है।