अभ्यास प्रश्न

निम्नलिखित गद्य खंडो को ध्यानपूर्वक पढ़कर उनके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए।

अ) तिनके ने पेड़ से कहा, “मैंने दूर से तूफान की आवाज सुनी है, और दूर से उसे इस तरफ आते देखा है, और मैं जानता हूँ, मैं उसमें गुम होकर रह जाऊँगा। तू बड़ा है, और मैं तेरे सामने छोटा हूँ, और बड़ो का धर्म है कि छोटों की रक्षा करें। क्या तू मुझे आश्रय देगा?”

प्रश्न 1) यह गद्य खंड किस पाठ से लिया गया है?
उत्तर:
 यह गद्य खंड तिनका और तूफान पाठ से लिया गया है।

2) इस पाठ को किसने लिखा है?
उत्तर
: इस पाठ को श्री सुदर्शन ने लिखा है।

3) तिनके ने किसकी आवाज़ सुनी ?
उत्तर
: तिनके ने दूर से तूफान की आवाज सुनी।

4) तिनके को किस बात का डर था ?
उत्तर:
तिनके को डर था कि वह आते हुए तूफान में गुम हो जायेगा।

5) बड़ो का धर्म क्या है ?
उत्तर:
बड़ो का धर्म है कि छोटों की रक्षा करें।

आ) “सारी रात तूफान और पेड़ की लड़ाई होती रही। सारी रात तिनका डरता, काँपता, थरथराता रहा और मन में मनोतियाँ मनाता रहा कि पेड़ जीत जाए, तूफान हार जाए। मगर जब रात बीत गई और दिन की रोशनी जमीन पर फैली तो तिनके ने देखा कि उसकी प्रार्थना स्वीकार नहीं हुई। पेड़ अपने गहराव और फैलाव के साथ जमीन की मिट्टी पर पड़ा था।“

प्रश्न 1) यह गद्य खंड किस पाठ से लिया गया है?
उत्तर
: यह गद्य खंड ‘तिनका और तूफान’ पाठ से लिया गया है।

2) इस पाठ को किसने लिखा है?
उत्तर:
इस पाठ को श्री सुदर्शन ने लिखा है।

3)  तूफान और पेड़ की लड़ाई कब तक चली?
उत्तर
: तूफान और पेड़ की लड़ाई सारी रात चली।

4) तिनका क्या मनौती मना रहा था ?
उत्तर:
तिनका मन में मनोतियाँ मनाता रहा कि पेड़ जीत जाए और तूफान हार जाए।

5) सुबह में पेड़ की हालत कैसी हो गई थी ?
उत्तर:
पेड़ अपने गहराव और फैलाव के साथ जमीन की मिट्टी पर पड़ा था।

ख) निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 10-15 शब्दों में लिखिए।

1) तिनके ने पेड़ से आश्रय क्यों माँगा ?
उत्तर:
तिनका जानता था कि आने वाले तूफान में वह गुम होकर रह जाएगा और क्योंकि पेड़ बड़ा और मजबूत था उसने पेड़ से आश्रय अपनी हिफाजत के लिए माँगा।

2) पेड़ में तिनके को क्या आश्वासन दिया?
उत्तर:
पेड़ में तिनके को आश्वासन देते हुए कहा कि तुम मेरे तन से लिपट जाओ। तूफान तुझे जरा भी नुकसान न पहुँचा सकेगा ।

3) तूफान में पेड़ को क्या धमकी दी?
उत्तर:
तूफान ने पेड़ को यह धमकी दी कि वह उसके सामने से हट जाए या उसके साथ चला जाए या मरने को तैयार हो जाए।

4) तूफान और पेड़ की लड़ाई का क्या परिणाम हुआ?
उत्तर:
तूफान और पेड़ की लड़ाई में पेड़ हार गया। तूफान ने पेड़ को जड़ से उखाड़ दिया था।

5) पेड़ को किस बात पर अभिमान था?
उत्तर:
पेड़ को अपने जड़ों की गहराई और अपने फैलाव पर अभिमान था।

6) अगर तिनका तूफान का साथ देगा तो उसकी जगह कहाँ होगी?
उत्तर:
अगर तिनका तूफान का साथ देगा तो उसकी जगह आसमान की ऊँचाइयों में होगी।

7) तूफान के साथ उड़ते हुए तिनके ने क्या अनुभव किया?
उत्तर:
तूफान के साथ उड़ते हुए तिनके ने यह अनुभव किया कि अब वह तिनका नहीं बल्कि तूफान का एक भाग है और तूफान उसके बिना अधूरा है और तूफान की ताकत उसके बिना छोटी है

8) पेड़ की कमजोरी क्या थी?
उत्तर
: पेड़ की कमजोरी उसकी बड़ाई और अहंकार था।

ग) निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 4050 शब्दों में लिखिए।

1) तिनके पेड़ की खुशामद कैसे की ?
उत्तर:
तिनके पेड़ की खुशामद करते हुए कहा कि पेड़ बहुत बड़ा है और वह बहुत छोटा । बड़ों का धर्म होता है कि छोटों की रक्षा करें और यह कहकर उसने पेड़ से आश्रय माँगा क्योंकि वह जानता था कि आने वाले तूफान में वह गुम हो कर रह जाएगा।

2) पेड़ ने तूफान की धमकी का क्या उत्तर दिया?
उत्तर:
पेड़ ने तूफान की धमकी को घृणा से सुना और क्रोध से जवाब दिया, “तू देख और जान कि मैं इस जगह बहुत बरसों से खड़ा हूँ। मेरी जड़े धरती के दिल में बहुत गहरी खुदी हुई हैं और मेरा फैलाव देखकर दुनिया घमंड की गरदन झुका देती है और तुझमें फिर भी इतनी हिम्मत है कि मुझे धमकियाँ दे और मुझे जितने के सपने देखे।“

3)  तूफान ने पेड़ का घमंड किस प्रकार चूर- चूर कर दिया?
उत्तर:
सारी रात तूफान ने पेड़ से लड़ाई की। और आखिरकार उसने अपने बल से पेड़ को जड़ से उखाड़कर जमीन की मिट्टी पर गिरा दिया। इस तरह से तूफान ने पेड़ को हराकर उसका घमंड चूर चूर कर दिया।

4) तूफान की शरण में आकर तिनके ने क्या सोचा?
उत्तर:
पेड़ की दुर्दशा देखने के बाद तिनके को लगा कि अगर वह तूफान के सामने खड़ा होगा तो वह मिट जाएगा। इसलिए वह तूफान के पाँव में झुक गया। तूफान के साथ उड़ते हुए उसने अनुभव किया कि वह तूफान का ही एक भाग है, तूफान उसके बिना अधूरा है। और तूफान की ताकत उसके बिना छोटी है।

5) तूफान ने तिनके से हार क्यों मान ली?
उत्तर
: तूफान में इतना साहस नहीं था कि वह तिनके की उड़ान छीन सके। तूफान ने तिनके पर अपने क्रोध की सारी शक्ति खर्च कर दी, मगर वह तिनके को जमीन पर न गिरा सका। तिनका मुस्कुराता रहा और तूफान के तेवरों के साथ खेलता रहा। तब तूफान को समझ में आया कि उसकी शक्ति तिनके के सामने बेकार है और उसने अपनी हार मान ली।

6) इस कहानी में पेड़, तिनका, और तूफान किन प्रवृत्तियों के प्रतीक हैं?
उत्तर
: इस कहानी में पेड़ अहंकारी मनुष्य का, तिनका कमजोर परंतु व्यवहार-कुशल व्यक्ति का और तूफान बलशाली व्यक्ति का प्रतीक है क्योंकि कोई मनुष्य अहंकार से अपनी बात पर हठपूर्वक अड़ा रहता है। वह किसी के संकट काल में भी समझौता करना नहीं चाहता । फलस्वरुप उसे नष्ट हो जाना पड़ता है । विशिष्ट परिस्थिति में भी जो झुकता नहीं वो टूट जाता है। लेकिन ऐसी ही हालत में अपनी कमजोरी को जानते हुए जो मनुष्य समझौता करता है और साथ ही अपने अस्तित्व की भी रक्षा करता है वह बच जाता है।