- पाठ से
(क) सागर यात्रा में नौका को सँभालने के लिए हर समय एक व्यक्ति की जरूरत थी। क्यों?
उ: सागर यात्रा में नौका को सँभालने के लिए हर समय एक व्यक्ति की जरूरत थी क्योंकि नौका पर स्वचालन की व्यवस्था नहीं थी अतः चौबीसों घंटे चक्का सँभालने के लिए आदमियों की जरूरत होती थी।
(ख) वे लोग समुद्र की यात्रा कर रहे थे। समुद्र यात्रा में भी उन्हें पानी की समस्या क्यों हुई?
उ: समुद्री जल खारा होता है, इस वजह से न उसको पीने के उपयोग में ले सकते हैं न नहाने के। समुद्री जल से शरीर पर मोटी, चिपचिपी, खुजलाहटवाली परत जमा होती है। इसलिए नौका पर विभिन्न कार्यों के लिए पर्याप्त जल रखना अनिवार्य है।
- खतरे
“हम सब इस अभियान के खतरों को जानते थे।” समुद्री यात्रा में उन यात्रियों को कौन-कौन से खतरों और परेशानियों का सामना करना पड़ा था?
उ: समुद्री यात्रा में सबसे ज्यादा परेशानी पानी, द्वीपों, दूसरे जहाजों और व्हेल मछलियों की थी। मैडागास्कर के तूफान में 12 मीटर ऊँची समुद्र की लहरें नौका पर टूट पड़ी। अभियान दल के कई सदस्य समुद्र में गिर गए परंतु उन्हें सुरक्षित नौका पर वापस खींच लिया गया। केप ऑफ गुड होप तूफान की हवा की गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा की और समुद्री लहरें 15 मीटर ऊँची थी। जिसकी वजह से नौका का चट्टान से टकराकर चूर-चूर होने का डर था। इस तूफान में उनके जीवन रक्षक उपकरण खो गए, रेडियो सैट बेकार हो गए, एरियल टूट गए और 15 दिनों तक रेडियो संपर्क टूट गया। सबको लगा कि ‘ तृष्णा ‘ लापता हो गई है।
- माँ के काम
“एक सदस्य माँ की भूमिका निभाता”
(i) नौका पर माँ की भूमिका निभाने वाला व्यक्ति कौन- कौन से काम करता था?
उ: नौका पर माँ की भूमिका निभानेवाला व्यक्ति को खाना पकाना, बर्तन माँजना, शौचालय की सफाई तथा नौका को स्वच्छ रखना आदि काम करने पड़ते थे।
(ii) तुम्हारे विचार से उन कामों को माँ के कामों की उपमा क्यों दी गई होगी?
उ: हमारे विचार से उन कामों को माँ के कामों की उपना इसलिए दी गई है क्योंकि घर की देखभाल की सारी जिम्मेदारी माँ उठाती है। उससे बेहतर घर का संचालन कोई नहीं कर सकता।
(iii) क्या तुमने कभी किसी के लिए ‘ माँ की भूमिका ‘ निभाई है? यदि हाँ तो बताओ
(क) तब तुमने कौन-कौन से काम किए थे?
उ: हाँ, मैंने कई अवसरों पर माँ की भूमिका निभाई है। तब मैने खाना बनाना, सफाई करना, बर्तन धोना, छोटी बहन को तैयार कर स्कूल भेजना आदि काम किए थे।
(ख) वे काम क्यों और किसलिए किए थे?
उ: माँ – पिताजी को कोई कारणवश अचानक गाँव जाना पड़ा था। स्कूल होने के वजह से हम साथ जाने में असमर्थ थे। माँ की गैरमौजूदगी में मैने यह काम किये थे ।
(iv) तुम्हारी माँ या घर का अन्य कोई सदस्य सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक कौन-कौन से काम करता है? सूची बनाओ।
उ: मेरी माँ रोज सुबह जल्दी उठकर नहा धोकर भगवान की अराधना करती है। घर की साफ-सफाई, नाश्ता बनाना और हमें स्कूल के लिए तैयार करती है। हमारे जाने के बाद कपड़े धोती है, पूरे घर को सँवारती है। बाजार जाकर सब्जी वगैरह खरीदकर दोपहर का खाना बनाती है। जब हम स्कूल से आते है तब हमें खाना परोसती है। शाम को हमें चाय-नाश्ता देने के बाद हमें पढ़ाती है। फिर रात का खाना बनाने में जुट जाती है। सबको खिलाने के बाद रसोई साफ करती है और फिर हमारा बिस्तर लगाती है। एक वही है घर में जो सुबह से रात तक अथक परिश्रम करती है ताकि हमें सब सुविधापूर्वक मिले। अपनी थकान भुलाकर वह हमारी खुशी को ज्यादा महत्व देती है।
- पानी की परेशानी
सागर के यात्रियों को पानी के कारण बहुत परेशानी होती थी। बताओ–
(क) उन्हें पानी के कारण क्या-क्या परेशानियाँ हुई?
उ: पीने के लिए उपर्युक्त तथा पर्याप्त पानी नहीं मिलता। नहाने के लिए, कपड़े धोने के लिए पानी नहीं मिलता। समुद्री पानी से नहाने पर त्वचा पर मोटी, चिपचिपी, खुजलाहटवाली परत जमा हो जाती थी।
(ख) क्या तुम्हारे आसपास भी पानी की समस्या होती है, उसके बारे में बताओ।
उ: हमारे यहाँ गर्मी आने पर पानी की समस्या होती है। दो-तीन दिन तक पानी नहीं रहता। पीने, खाना बनाने तथा नहाने-धोने के लिए पानी की त्रुटि हो जाती है। महँगे पानी के टैंकर मँगवाने पड़ते हैं। पीने का पानी खरीदना पड़ता है। बहुत सारे बर्तनो में पानी भर कर रखना पड़ता है वह भी काफी नहीं होता।
(ग) उस समस्या का समाधान कैसे किया जा सकता है?
उ: पानी का सदुपयोग करें। उसे व्यर्थ में न बहने दे। नहाते वक्त कपड़े धोते वक्त जरूरत के अनुसार ही पानी का इस्तेमाल करें। घर में पोछा मारने के बाद पानी पौधों को दें। स्नानघर या रसोई में अगर नल रीस रहा है तो उसकी मरम्मत कराएँ। सड़को पर अगर पाइप फूटे हुए हैं तो जल विभाग को इसकी सूचना दें। बारिश का पानी जमा करके रखें। पानी की हर बूँद किमती होती है उसे व्यर्थ न जाने दें।
- (स्वयं करें)
- विशेष जगहों के नाम
‘बंदरगाह’ समुंद्र के किनारे की वह जगह होती है जहाँ पानी के जहाज़, नौकाएँ आदि ठहरते हैं। पता लगाओ इन जगहों जगहों पर क्या होता है–
(क) अस्तबल – घोड़ों के रहने की जगह।
(ख) हवाई-अड्डा – जहाँ हवाई जहाज रुकते हैं।
(ग) पोस्ट-ऑफिस – चिट्ठियाँ, मनी ऑर्डर डाले जाते हैं और डाक-टिकटें भी मिलती है।
(घ) अस्पताल – रोगियों का इलाज होता है।
(ड़) न्यायालय – कानूनी कार्यवाही होती है, मुकदमे चलते हैं, जहाँ न्याय मिलता है।
(च) बाज़ार – सामान खरीदते और बेचते हैं।
- गणतंत्र दिवस
‘तृष्णा ‘ को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया गया था। आपस में चर्चा करके नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर खोजो–
(क) गणतंत्र दिवस किसे कहते हैं? यह किस दिन मनाया जाता है?
उ: गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है। 1951 को इसी दिन भारत का संविधान लागू किया गया था।
(ख) गणतंत्र दिवस के दिन क्या-क्या कार्यक्रम होते हैं?
उ: 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। नौसेना, थलसेना और वायुसेना के जवान परेड करते हैं। विभिन्न राज्यों की सुंदर झाँकियाँ निकलती है। वीर सैनिकों तथा बहादुर बच्चों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया जाता है। स्कूल के बच्चे रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करते हैं।
(ग) दूरदर्शन या आकाशवाणी पर गणतंत्र दिवस परेड देखकर/सुनकर उसके बारे में कुछ पंक्तियाँ लिखो।
उ: 26 जनवरी, गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रति वर्ष इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक राजपथ पर नई दिल्ली में भव्य परेड का आयोजन होता है। नौसेना, थलसेना और वायुसेना के जवान परेड करते हैं। विभिन्न राज्यों की सुंदर झाँकियाँ निकलती है। वीर सैनिकों तथा बहादुर बच्चों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया जाता है। स्कूल के बच्चे रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करते हैं। परेड और जुलूस राष्ट्रीय टेलीविजन अर्थात दूरदर्शन पर प्रसारित होता है और देश के हर कोने में करोड़ों दर्शकों द्वारा देखा जाता है।
- खेल
“इस कठिन दिनचर्या के कारण शतरंज खेलने के लिए समय ही नहीं मिलता था।”
यदि उन नाविकों के पास समय होता तो वे कौन-कौन से खेल खेल सकते थे? सूची बनाओ–
(क) शतरंज (ख) लूडो (ग) ताश (घ) कैरम
- खुशी का घंटा
“दिन में एक बार हम नौका पर ‘ खुशी का घंटा ‘ बिताते”
यदि तुम्हें स्कूल में ‘ खुशी का घंटा ‘ बिताने का मौका मिले, तो तुम उस एक घंटे में कौन-कौन से काम करना चाहोगे?
उ: यदि हमें स्कूल में ‘ खुशी का घंटा ‘ बिताने का मौका मिले तो हम खेलेंगे-कूदेंगे, नाचेंगे-गाएँगे और दोस्तों से ढेर सारी बातें करेंगे।
- हिम्मतवाले
“हम सब इस अभिमान के खतरों को जानते थे, हमें यह भी ज्ञात था कि शायद हम कभी वापस न लौट सके।”
वे दस नाविक इतनी खतरनाक यात्रा के लिए क्यों निकले होंगे? आपस में चर्चा करो।
उ: वे दस नाविक इस खतरनाक यात्रा पर इसलिए निकले होंगे कि वे दुनिया का चक्कर काटना चाहते हैं। उनके मन में देश के लिए कुछ करने का भाव था। विश्व पटल पर भारत को गौरवांवित करना चाहते होंगे। देशभक्ति के भाव ने ही उनमें साहस, जोश तथा आत्मविश्वास जगाया होगा जिसके कारण उन्होंने इतना दुर्गम तथा लंबा सफर पूर्ण किया।
- खोए हुए मोज़े की कहानी
उ: स्वयं करें - छोटे-छोटे
“जो लोग चौकसी से हटते, वे अपने कपड़े बदलते, खाना खाते, पढ़ते, रेडियो सुनते और अपनी ड्यूटी के अन्य कार्य जैसे रेडियो की जाँच, इंजन की जाँच तथा व्यंजन सूची के अनुसार भोजन बनाने के लिए राशन देने का काम निबटाते।”
इस वाक्य को कई छोटे-छोटे वाक्यों के रूप में भी लिखा जा सकता है जैसे– जो लोग चौकसी से हटते, वे अपने कपड़े बदलते। वे खाना खाते, पढ़ते और रेडियो सुनते। वे अपनी ड्यूटी के अन्य कार्य करते जैसे रेडियो की जाँच और इंजन की जाँच। वे व्यंजन सूची के अनुसार भोजन बनाने के लिए राशन देने का काम निबटाते।
तुम इसी प्रकार नीचे लिखे वाक्य को छोटे-छोटे वाक्यों में बदलो–
प्रथम भारतीय नौका अभियान दल विश्व की परिक्रमा करके 54,000 किलोमीटर की दूरी मापकर 470 दिन की ऐतिहासिक यात्रा के बाद 10 जनवरी, 1987 को 6:00 बजे मुंबई बंदरगाह पहुँचा।
उ: प्रथम भारतीय नौका अभियान दल विश्व की परिक्रमा के लिए निकला। इस अभियान दल ने 54,000 किलोमीटर की दूरी की परिक्रमा की। इस परिक्रमा को पूर्ण करने 470 दिन का समय लगा। यह दल यात्रा पूर्ण कर 10 जनवरी, 1987 को 6:00 बजे मुंबई के बंदरगाह पहुँचा।
- सही उपसर्ग लगाओ–
[ अ, सु ]
ऊपर बॉक्स में दिए गए उपसर्ग लगाकर सार्थक शब्द बनाओ।
(क) सफल+अ = असफल
(ख) स्वागत+सु = सुस्वागत
(ग) विश्वास+अ = अविश्वास
(घ) कन्या+सु = सुकन्या
(ड़) पुत्र+सु = सुपुत्र
- सही वाक्य
[ में, ने, को, का, के लिए, से, पर ]
तालिका में से सही शब्द चुनकर रिक्त स्थानों में भरो।
(क) सीमा ने फल खाए।
(ख) रोहित का पेन नया है।
(ग) माँ-बच्चों के लिए मिठाई लाई।
(घ) हमने रस्सी पर कपड़े सुखाए।
(ड़) मैंने बैग में किताबें रखी।
(च) पौधों को गमलों में रखो।
(छ) केरल जम्मू से बहुत दूर है।