I) निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए ।
क) डॉक्टर माशेलकर ज्ञान सूचक या ज्ञानभंडार को संपत्ति मानते हैं । विगत कई वर्षों से आप इनकी रक्षा के लिए कानून बनाने का आग्रह कर रहे हैं । अमेरिका जैसे बलशाली देश से बासमती चावल, हल्दी, नीम जैसी वस्तुओं के पेटेंट से संबंधित लड़ाई जीत कर अपने भारत के बौद्धिक सामर्थ्य को सिद्ध किया है ।

प्रश्न- 1) यह गद्य-खंड किस पाठ से लिया गया है ?
उ: यह गद्य-खंड डॉ रघुनाथ माशेलकर पाठ से लिया गया है ।

2) इस पाठ के लेखक का नाम क्या है ?
उ: इस पाठ के लेखक का नाम डॉक्टर विश्वास मैनहाडले है ।

3) डॉक्टर माशेलकर किसे संपत्ति मानते हैं ?
उ: डॉक्टर माशेलकर ज्ञान सूचना या ज्ञानभंडार को संपत्ति मानते हैं ।

4) डॉक्टर माशेलकर ने कौन सी लड़ाई जीती ?
उ: डॉक्टर माशेलकर ने अमेरिका जैसे बलशाली देश से बासमती चावल, हल्दी, नीम जैसी वस्तुओं के पेटेंट से संबंधित लड़ाई जीती ।

ख) भारतीय विज्ञान कांग्रेस के अध्यक्षीय भाषण में डॉ. माशेलकर ने भविष्यवाणी की थी कि भारत अपने पैरों पर खड़ा होकर बौद्धिक और आर्थिक क्षेत्र में सर्वोच्च स्थान पर होगा । आगामी शताब्दी भारत की होगी । आपने कहा कि ‘स्वयंपूर्ण भारत’ का स्वप्न पूर्ण करने के लिए भारतवासियों को ना केवल अपने जीवन का आयोजन करना होगा अपितु अनुसंधान की दिशा में अपनी उर्जा केंद्रित करनी होगी । आप स्वयं इस दिशा में सतत प्रयत्नशील हैं । इस आत्मविश्वास, प्रगल्भ चिंतन और विज्ञान निष्ठा का स्रोत आपके छात्र जीवन में मिलता है ।

प्रश्न- 1) यह गद्य-खंड किस पाठ से लिया गया है ?
उ: यह गद्य-खंड डॉ रघुनाथ माशेलकर पाठ से लिया गया है ।

2) इस पाठ के लेखक का नाम क्या है ?
उ: इस पाठ के लेखक का नाम डॉक्टर विश्वास मैनहाडले है ।

3) डॉ माशेलकर ने क्या भविष्यवाणी की थी ?
उ: डॉ माशेलकर ने भविष्यवाणी की थी कि भारत अपने पैरों पर खड़ा होकर बौद्धिक और आर्थिक क्षेत्र में सर्वोच्च स्थान पर होगा ।

4) स्वयंपूर्ण भारत का स्वप्न पूर्ण करने के लिए क्या करना होगा ?
उ: स्वयंपूर्ण भारत का स्वप्न पूर्ण करने के लिए भारतवासियों को ना केवल अपने जीवन का आयोजन करना होगा अपितु अनुसंधान की दिशा में अपनी उर्जा केंद्रित करनी होगी ।

5) डॉ माशेलकर के छात्र जीवन में क्या मिलता है ?
उ: डॉ माशेलकर के छात्र जीवन में आत्मविश्वास, प्रगल्भ चिंतन और विज्ञान निष्ठा का स्त्रोत मिलता है ।

ग) पी.एच.डी करने के बाद आपने इंग्लैंड में अनुसंधान कार्य किया । अमेरिका और यूरोप के कई देशों में आपने अध्यापन कार्य किया और ऐसी तिथि में किया जब विदेशों में अनेक आकर्षक अवसर आपके सामने हाथ जोड़ खड़े थे । फिर भी व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठकर देश प्रेम एवं कर्तव्य बोध के कारण आप भारत लौट आए । चमक-दमक के प्रति आकर्षित होकर विदेशों में भागने वाले आज के नौजवानों के सामने एक आदर्श मिसाल है ।

प्रश्न- 1) यह गद्य-खंड किस पाठ से लिया गया है ?
उ: यह गद्य-खंड डॉ रघुनाथ माशेलकर पाठ से लिया गया है ।

2) इस पाठ के लेखक का नाम क्या है ?
उ: इस पाठ के लेखक का नाम डॉक्टर विश्वास मैनहाडले है ।

3) पी.एच.डी के बाद डॉ माशेलकर ने कहाँ अनुसंधान किया ?
उ: पी.एच.डी के बाद डॉक्टर माशेलकर में इंग्लैंड में अनुसंधान किया ।

4) डॉक्टर माशेलकर भारत क्यों लौट आए ?
उ: देश प्रेम और कर्तव्यबोध के कारण डॉक्टर माशेलकर भारत लौट आए ।

5) डॉक्टर माशेलकर किसके लिए आदर्श मिसाल हैं ?
उ: डॉक्टर माशेलकर चमक-दमक के प्रति आकर्षित होकर विदेशों में भागनेवाले आज के नौजवानों के लिए आदर्श मिसाल हैं ।

II) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखो ।

1) डॉ रघुनाथ मशेलकर कौन है ?
उ: डॉक्टर रघुनाथ माशेलकर एक प्रज्ञा-पुरुष, वैज्ञानिक और चिंतक हैं ।

2) डॉक्टर माशेलकर किस संस्थान के अध्यक्ष रहे हैं ?
: डॉक्टर माशेलकर भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के अध्यक्ष रहे हैं ।

3) प्रि. भावे कौन सा विषय पढ़ाते थे ?
उ: प्रि.भावे भौतिक शास्त्र पढ़ाते थे ।

4) डॉक्टर माशेलकर अपनी माता को परम दैवत क्यों मानते हैं ?
उ: डॉक्टर माशेलकर अपनी माता को परम दैवत मानते हैं क्योंकि प्रतिकूल परिस्थिति में अनेक कष्ट उठाकर उन्होंने उन को पढ़ाया और  ऊँची शिक्षा के लिए प्रेरित किया।

5) डॉक्टर माशेलकर ने कौनसा विषय लेकर अभियांत्रिकी की उपाधि हासिल की ?
उ: डॉक्टर माशेलकर ने सन 1966 में मुंबई विश्वविद्यालय से ‘रसायन शास्त्र’ विषय लेकर अभियांत्रिकी की उपाधि हासिल की ।

6)  डॉक्टर माशेलकर किसकी कविता का सार्थक अर्थ समझते हैं ?
उ: डॉक्टर माशेलकर साने गुरुजी की कविता ‘बलसागर भारत हो’ का सार्थक अर्थ समझते हैं।

7)  डॉक्टर माशेलकर युवकों से क्या अपेक्षाएँ रखते हैं ?
उ: डॉ माशेलकर युवकों से हार्दिक इच्छा और आग्रह करते हैं कि भारत को बलशाली महासत्ता बनाने के लिए भारतीय युवक को तन-मन से मूलभूत वैज्ञानिक अनुसंधान में जुटना चाहिए।

8) डॉक्टर माशेलकर वैज्ञानिक के अतिरिक्त क्या हैं ?
उ:डॉक्टर वैज्ञानिक के अतिरिक्त एक कुशल प्रशासक और उत्तम संगठक है ।

9) डॉक्टर माशेलकर में कौनसा महान गुण है ?
उ: अपने वरिष्ठ और अधीनस्थ लोगों को साथ लेकर चलने का गुण डॉक्टर माशेलकर में है ।

10) डॉक्टर माशेलकर किस संस्थान के निदेशक थे ?
उ: डॉक्टर माशेलकर राष्ट्रीय रसायन प्रयोगशाला के निदेशक थे ।

11) वैज्ञानिक जगत में डॉक्टर माशेलकर का बहुमूल्य योगदान क्या है ?
उ: वैज्ञानिक जगत में डॉक्टर माशेलकर ने भारत और विश्व के उद्योगों के विकास के लिए आवश्यक शोध विषयक तकनीक को विकसित करने में बहुमूल्य योगदान दिया है।

12) डॉक्टर माशेलकर के कार्य के लिए कितने देश-विदेश के विश्वविद्यालयों ने कौन सी उपाधि से अलंकृत किया है ?
उ: डॉक्टर माशेलकर के कार्य के लिए देश-विदेश के 13 विश्वविद्यालयों ने ‘डॉक्टर ऑफ साइंस’ उपाधि से अलंकृत किया है ।

13) डॉक्टर माशेलकर के भाषण की क्या विशेषताएँ थी ?
उ: डॉक्टर माशेलकर को विषय का गहरा ज्ञान था । उनकी भाषा अत्यंत सरल, युवकों को जँचनेवाले सीधे साधे उदाहरण, देशप्रेम की विलक्षण अनुभूति देनेवाली प्रस्तुति, अंग्रेजी, मराठी, हिंदी आदि भाषाओं का सहज सफल प्रयोग, सदैव हँसकर बोलना और आशावाद यह उनके भाषण की विशेषताएं थी ।

भाषा अध्ययन

अ) अर्थ के आधार पर निम्नलिखित वाक्य के भेद बताइए।

उदाहरण: 1) प्रभुदास मंदिर के पास पहुँचे ।
                उत्तर:  विधानवाचक वाक्य ।

2) मैं अपनी दरख्वास्तें छोड़कर नहीं जा सकता ।
                उत्तर:  निषेधवाचक वाक्य ।

1) शायद आज सोनमर्ग में बर्फ गिरेगी ।
उ:  संदेहवाचक वाक्य ।

2)  क्या सैनिकों का बलिदान व्यर्थ जाएगा ?
उ: प्रश्नवाचक वाक्य ।

3) तुम सावधानी से बाहर जाओ ।
उ: आज्ञावाचक वाक्य ।

4) बहुत से मजदूर बूते के बाहर काम करते थे ।
उ: विधानवाचक वाक्य ।

5) अगर कोई हरिदास को छेड़ता तो वे झुनझुना पड़ते ।
उ: संकेतवाचक वाक्य  ।

6) परमेश्वर तुम्हारी रक्षा करें ।
उ: इच्छावाचक वाक्य ।

7) अरे, वह गाड़ी भी पठानकोट ही जा रही है ।
उ: विस्मयवाचक वाक्य ।

8) बनवीर राजकुमार को नहीं मार सकेगा ।
उ:  निषेधवाचक वाक्य ।

9) अरे ! वह दुर्घटना में मारा गया ।
उ:  विस्मयवाचक वाक्य ।

10) क्या तुमने अपना काम कर लिया ?
उ: प्रश्नवाचक वाक्य ।

11) बड़ों का कहना मानो ।
उ:  आज्ञावाचक वाक्य ।

12) आज तो इसी तरह मेरा काम बन जाए ।
उ:  इच्छावाचक वाक्य ।

13) जया चित्र नहीं बनाती है ।
उ:  निषेधवाचक वाक्य ।

14) धरती गोल है ।
उ: विधानवाचक वाक्य ।

15) यदि ट्रैफिक में न फसा होता तो जल्दी आ जाता ।
उ: संकेतवाचक वाक्य ।

16) शायद आज बारिश होगी ।
उ:  संदेशवाचक वाक्य।

आ) कोष्टक में दिए गए संकेत के अनुसार निम्नलिखित वाक्यों को परिवर्तित कीजिए ।

1)  अम्मा आजकल बहुत बीमार है ।   ( प्रश्नवाचक )
उ:  क्या अम्मा आजकल बहुत बीमार है ?

2) अगर पन्ना बलिदान दे तो राजकुमार की रक्षा हो सकती है ।  ( विधानवाचक )
उ:  पन्ना के बलिदान देने से राजकुमार की रक्षा हो सकती है ।

3) वेद्यजी की दवा से फायदा हुआ ।  ( निषेधवाचक )
उ:   वेद्यजी की दवा से फायदा नहीं हुआ ।

4) आरती साहा ने तैरकर इंग्लिश चैनल पार किया ।    ( विस्मयवाचक )
उ:  वाह ! आरती साहा ने तैरकर इंग्लिश चैनल पार किया ।

5) बरसात न होने पर फसल सूख जाएगी ।    ( संकेतवाचक )
उ:  अगर बरसात न हुई तो फसल सूख जाएगी ।

6) जवानों ने साक्षात काल का रूप धारण कर लिया था ।   ( संदेशवाचक)
उ:  शायद जवानों ने साक्षात काल का रूप धारण कर लिया था ।

7) तुमने 25 मील का सफर पैदल तय किया ।   ( आज्ञावाचक )
उ:  तुम 25 मील का सफर पैदल तय करो ।

8) वह अपने इष्टदेव का स्मरण करता है ।  ( इच्छावाचक )
उ: वह अपने इष्टदेव का स्मरण करें।

9) उपवन कितना सुंदर है ।  ( विस्मयवाचक )
उ: अहा ! कितना सुंदर उपवन है ।

10) मेज पर रखी यह सुंदर घड़ी तुम्हारी है ?   (संदेहवाचक )
उ:  शायद मेज पर रखी यह सुंदर घड़ी तुम्हारी है ।

11) सुमन तुमने मेरी बात का जवाब नहीं दिया । ( विधानवाचक )
उ: सुमन तुमने मेरी बात का जवाब दे दिया ।

12) मुसाफिर अपनी मंजिल पर पहुँच चुका होगा । ( निषेधवाचक )
उ:  मुसाफिर अपनी मंजिल पर नहीं पहुंचा होगा ।

13) अरे हमारी टीम मैच जीत गई ।  ( प्रश्नवाचक )
उ: क्या हमारी टीम मैच जीत गई ?

14) वर्षा के कारण हम पार्क में नहीं घूम सकते ।  (संकेतवाचक )
उ:  यदि वर्षा ना आती तो हम पार्क में घूम सकते ।

15) सुमन तुमने मेरी बात का जवाब नहीं दिया । ( इच्छावाचक )
उ: सुमन तुम मेरी बात का जवाब दे सकती हो।