I) निम्नलिखित गद्य-खंडों को ध्यानपूर्वक पढ़कर उनके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए।

अ) इसके बाद कुछ मुट्ठी-भर  जीवधारी बचते हैं, जो समय पर घर मिलते हैं और समय पर दूसरे के घर भी जाते हैं । सज्जनता-वश हम इन्हें भी ‘आदमी’ कह देते हैं । यह असल में टाइम-पीस हैं । यह घर में रहेंगे तो टाइम-पीस देखते रहेंगे और बाहर होंगे तो हाथघड़ी देखते रहेंगे । इन्हें हम बर्दाश्त कर लेते हैं, मगर इनकी चर्चा करना व्यर्थ है ।

प्रश्न – (i) यह गद्य-खंड किस पाठ से लिया गया है ?
उ:  
यह गद्य-खंड ‘समय पर ना मिलने वाले’ पाठ से लिया गया है ।

(ii) इस पाठ के लेखक का नाम क्या है ?
उ:
 इस पाठ के लेखक का नाम हरिशंकर परसाई है ।

iii)  मुट्ठी पर जीवनधारी कैसे होते हैं ?
उ:
 मुट्ठी भर जीवनधारी समय पर घर मिलते हैं और समय पर दूसरों के घर जाते हैं ।

iv) सज्जनता-वश हम इन्हें क्या कहते हैं ?
: सज्जनता-वश हम इन्हें आदमी कहते हैं ।

v) लेखक ने किन जीवनधारियों को टाइम-पीस कहा है ?
उ:
समय पर घर मिलनेवाले और समय पर दूसरों के घर जानेवाले जीवनधारियों को लेखक टाइम-पीस कहते हैं क्योंकि यह घर में रहेंगे तो टाइम देखते रहेंगे और बाहर होंगे तो हाथ घड़ी देखते रहेंगे

vi) लेखक इन जीवनधारियों के बारे में क्या कहते हैं ?
उ:
 लेखक इन जीवनधारियों के बारे में कहते हैं कि हम इन्हें बर्दाश्त कर लेते हैं मगर इनकी चर्चा करना व्यर्थ है ।

— मेरे एक दोस्त हैं । उनसे मैं मिलने का समय तय कर लेता हूँ, पर उस वक्त हरगिज उनके घर नहीं जाता । यह निश्चित है कि वह घर नहीं होंगे । मैं उनके घर ऐसे वक्त जाता हूँ, जब उनके मिलने की बिल्कुल संभावना नहीं है और वे मिल जाते हैं । उनके जहाँ होने की उम्मीद है, वहाँ न होकर वे वहाँ होंगे, जहाँ उनके होने की उम्मीद नहीं है ।

प्रश्न – (i) यह गद्य-खंड किस पाठ से लिया गया है ?
उ:
 यह गद्य-खंड ‘समय पर ना मिलने वाले’ पाठ से लिया गया है ।

(ii) इस पाठ के लेखक का नाम क्या है ?
उ:
 इस पाठ के लेखक का नाम हरिशंकर परसाई है ।

iii) समय तय करने पर भी लेखक दोस्त के घर क्यों नहीं जाते हैं ?
उ:
 समय तय करने पर भी लेखक दोस्त के घर नहीं जाते हैं क्योंकि उनके दोस्त निश्चित ही घर पर नहीं होंगे ।

iv) लेखक अपने दोस्त से मिलने उनके घर कब जाते हैं ?
उ:
 लेखक अपने दोस्त से मिलने उनके घर ऐसे वक्त जाते हैं जब उनके मिलने की बिल्कुल संभावना नहीं होती ।

v) लेखक को दोस्त के बारे में क्या उम्मीद है ?
उ:
लेखक को दोस्त के बारे में यह उम्मीद है कि उनकी जहाँ होने की उम्मीद होती है, वे वहाँ न हो जहाँ उनके होने की उम्मीद नहीं है वहाँ होते हैं ।

II) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 40-50 शब्दों में लिखिए ।

1) लेखक हरिशंकर परसाई के अनुसार आदमी कितनी तरह के होते हैं ?
उ:
 लेखक हरिशंकर परसाई कहते हैं कि आदमी तीन तरह के होते हैं;-
i) समय पर घर न मिलने वाले ।
ii) समय पर किसी के घर न जानेवाले ।
iii) न समय पर घर मिलनेवाले और न समय पर किसी के घर जानेवाले ।
iv) कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो अपने सभी काम समय पर करते हैं और लेखक उन्हें टाइम-पीस कहते हैं ।

2) लेखक के अनुसार प्रेम और इंतजार में क्या संबंध है ?
उ:
लेखक के अनुसार इंतजार से प्रेम बढ़ता है । हर क्षण वही मन में रहता है और आँखें फाटक पर बिछी रहती हैं । प्रेम का नाप इसी बात से होता है कि कौन कितनी देर इंतजार करता है । जितना गहरा प्रेम होगा उतना लंबा इंतजार करना पड़ेगा ।

3) लेखक वक्त पर न आनेवालों के बारे में क्या स्पष्ट करते हैं ?
उ:
 लेखक के अनुसार वक्त पर न आनेवाले लोग घर में मिलने के लिए निकलते हैं परंतु रास्ते में जो मिल जाएँ, उसी के हो जाते हैं । उससे बातें करने लगेंगे, उसके घर चले जाएँगे, वही खाना खा लेंगे, और जब उन्हें याद आएगा कि किसी को मिलने का वक्त दिया है तो हड़बड़ा कर भागेंगे, पर रास्ते में कोई मिल जाएँ तो उसी के साथ हो लेंगे ।

III) निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 10-15 शब्दों में लिखिए ।

1. लेखक के अनुसार किसकी चर्चा करनी चाहिए ?
उ:
लेखक के अनुसार उसकी चर्चा करनी चाहिए जो सुबह आठ बजे घर पर मिलने का वादा करते हैं परंतु घर पर नहीं होते।

2. बड़ा लड़का बैठक में क्या रहा था?
उ:
बड़ा लड़का शिष्टता का निर्वाह करने के लिए बैठा है और कोई किताब पढ़ रहा है।

3. बड़ा लड़का बीच-बीच में क्या करता है?
उ:
बड़ा लड़का बीच-बीच में आँख की कोर से लेखक को देखता है कि कहीं वह उठने की तैयारी कर रहे हैं या नहीं।

4. लेखक वापस लौटने के बजाय इंतजार करने क्यों बाध्य हैं?
उ:
लेखक वापस लौटने के बजाय इंतजार करने को बाध्य है क्योंकि उन्हें जरूरी काम है।

5. लड़का मुँह छिपाकर क्यों हँसता है?
उ:
लेखक जब इंतजार करते वक्त फिर से पहले दिन का अखबार पढ़ते हैं तब लड़का मुँह छिपाकर हँसता है।

6. छोटा लड़का अर्थात मुन्ना किस खेल में मजे ले रहा था?
उ:
छोटा लड़का अर्थात मुन्ना बार-बार लेखक के पास आता है और कहता है – ए. पापा बाहर गए है और बड़ा लड़का जब उसे डाँटता है तब वह खिलखिलाकर ताली बजाकर भीतर भाग जाता है। इस खेल में उसे मजा आ रहा था।

7. लेखक जब जा रहे होते हैं तो पूरे परिवार की क्या प्रतिक्रिया थी?
उ:
लेखक जब फाटक बंद करने के लिए मुड़ते हैं, तो सारा परिवार खिड़की और दरवाजे पर है और बड़ी दिलचस्पी से उन्हें जाता देख रहे थे, यह परिवार की प्रतिक्रिया थी।

8. भगवान के एजेंट हमें क्या अभ्यास कराते हैं?
उ:
भगवान के एजेंट हमें यह अभ्यास कराते हैं कि कैसे बिना ऊबे अवमानना की अवहेलना करके अनिश्चित काल के लिए किसी के दरवाजे पर इंतजार किया जाता है।

9. समय पर न मिलने वाले लोगों की निंदा क्यों होती है?
उ:
समय पर न मिलनेवाले लोगों की निंदा होती है क्योंकि वे समय का कोई ख्याल नहीं रखते और अपना तथा दूसरों का वक्त खराब करते हैं।

10. लेखक ने ज्ञानी किसे कहा है?
उ:
लेखक ने ज्ञानी उन लोगों को कहा है जो समय का कोई ख्याल नहीं रखते और अपना तथा दूसरों का वक्त खराब करते हैं।

11. ज्ञानी लोग क्या जानते हैं?
उ:
ज्ञानी लोग यह जानते हैं कि काम अंत है और अमर है।

12. कौन से लोग जल्दी करते हैं और समय का ख्याल रखते हैं?
उ:
जिन लोगों की उम्र 50-60 साल की होती है वे लोग जल्दी करते हैं और समय का ख्याल रखते हैं।

13. ज्ञानी लोग जल्दबाजी क्यों नहीं करते?
उ:
ज्ञानी लोग जल्दबाजी नहीं करते क्योंकि उनके मतानुसार उनकी उम्र करोड़ों साल है और आत्मा कभी मरती नहीं है।

भाषा – अध्ययन

)  निम्नलिखित वाक्यों में अधोरेखांकित अव्ययों के भेद बताइए:-

1) यह काम आज ही होना चाहिए ।
उ:
आज – क्रिया विशेषण अव्यय               (Adverb)

2) शाबाश, तुमने शतक बनाकर हमारी टीम को जीता दिया ।
उ:
शाबास – विस्मयादिबोधक अव्यय                (Exclamatory sentence)

3) राम की सहायता के बिना श्याम कुछ नहीं कर पाता ।
उ:
के बिना – संबंधबोधक अव्यय             (Preposition)

4) वह मुंबई नहीं बल्कि कोलकाता गया है ।
उ:
बल्कि – समुच्चयबोधक अव्यय            (Conjunction)

5) अरे ! तुम फिर आ गए ।
उ:
अरे – विस्मयादिबोधक अव्यय            (Exclamatory sentence)

)  निम्नलिखित अव्ययों का सार्थक वाक्यों में प्रयोग कीजिए:-

  1. लेकिन – मैंने खाना बना लिया था लेकिन मेहमान नहीं आए।
  2. की जगह – दीदी की जगह पिताजी मुझे बाजार ले गए।
  3. थोड़ा – पिताजी को काम की चिंता थी इसलिए उन्होंने थोड़ा ही भोजन खाया।
  4. हाँ – हाँ, मनोज सही कह रहा है।
  5. के भीतर – संदूक के भीतर सोने के जेवरात थे।
  6. ऊपर – बंदर पेड़ के ऊपर बैठा है।
  7. तेजी – हवा तेजी से बह रही है।
  8. अरे – अरे! यह क्या कर रहे हो।
  9. अलावा – वहाँ मोहन के अलावा कोई नहीं था।
  10. धीरे-धीरे – बच्चे धीरे-धीरे चल रहे हैं।
  11. के सामने – मैंने घर के सामने पेड़ लगाए हैं।
  12. या – तुम जाओगे या वह आएगा।
  13. कारण – दुर्बलता के कारण वह चल नहीं सकता।
  14. के बिना – धन के बिना कोई काम नहीं होता।
  15. परंतु – राम ने बहुत परिश्रम किया परंतु सफल न हो सका।