I) निम्नलिखित गद्य खंड को ध्यानपूर्वक पढ़कर उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए ।

1) जब उसकी नींद टूटी तो लारी खड़ी थी और वातावरण धूल से सटा हुआ था । इस धूल में श्रीनगर की सुपरिचित गंध थी । अहमदू ने खुशी से आंखें मलते हुए लोई सँभाली, मुर्गी को अपने पसीने से तर दाएँ हाथों से बाएँ हाथ में लिया और उतरने की तैयारी करने लगा । लेकिन दूसरे मुसाफिर क्यों नहीं उतर रहे थे ? अहमदू ने बाहर झाँककर देखा । लारी एक चुंगीघर के सामने खड़ी थी ।

प्रश्न – 1) यह गद्य-खंड किस पाठ से लिया गया है ?
उ:
  यह गद्य-खंड ‘मुर्गी की कीमत’ इस पाठ से लिया गया है ।

2) इस पाठ के लेखक कौन हैं ?
उ:
  इस पाठ के लेखक का नाम भीष्म साहनी है ।

3) वातावरण की धूल में क्या था ?
: वातावरण की धूल में श्रीनगर की सुपरिचित गंध थी ।

4) लारी कहाँ खड़ी थी ?
उ:
नारी चुंगीघर के सामने खड़ी थी ।

2) तीन दिन की लगातार बारिश के बाद आज आसमान साफ हुआ था, और उसकी स्वच्छ नीलिमा के नीचे कश्मीर की वादी का एक-एक रंग निखर आया था । दूर से श्रीनगर शहर के मकान तक नजर आ रहे थे इन्हीं में अहमदू का घर भी था, जिसमें उसकी बीस वर्ष की पत्नी, बीसियों प्रकार के रिश्तों, सख्तियों और रख-रखाव में अपनी जवानी को पीसती हुई बड़े सब्र से उसकी राह देख रही थी ।

प्रश्न – 1) यह गद्य-खंड किस पाठ से लिया गया है ?
उ: 
यह गद्य-खंड ‘मुर्गी की कीमत’ इस पाठ से लिया गया है ।

2) इस पाठ के लेखक कौन हैं ?
उ:
  इस पाठ के लेखक का नाम भीष्म साहनी है ।

3) आसमान की स्वच्छ नीलिमा के नीचे क्या दिख रहा था ?
उ:
आसमान की स्वच्छ नीलिमा के नीचे कश्मीर की वादी का एक-एक अंग निखरा हुआ दिख रहा था ।

4) दूर से क्या नजर आ रहा था ?
उ:
दूर से अहमदू को श्रीनगर शहर के मकान तथा अपना घर नजर आ रहा था ।

5) अहमदू के घर पर कौन उसका बड़े सब्र से राह देख रही थी ?
उ:
अहमद के घर पर उसकी बीस वर्ष की पत्नी बड़ी बेसब्री से उसकी राह देख रही थी ।

3) अहमदू का चेहरा तमतमा गया और शरीर सुन्न हो गया। अहमदू को ऐसा लगा जैसे संसार की गति एकदम रुक गई है, जैसे यह लारी हमेशा से वहाँ खड़ी है और खड़ी रहेगी । उसे हर एक चीज निरुद्ध, गतिहीन और भयानक नजर आने लगी। अब उसे इस मुर्गी से कोई आकर्षण नहीं था। उसके बदन की नर्मी अब उसे किसी के बदन की नर्मी की याद नहीं दिलाती थी। उसका बिटक- बिटक कर देखना, नन्हे नूरु की तरह, उसे बिल्कुल ही भूल चुका था और आखिर जब उसने खाकी वर्दीवाले चपरासी को अपनी तरफ आते देखा तो उसे फिर इच्छा हुई कि लपककर गाड़ी से उतर जाए और दरिया की राह ले। लेकिन पाँव में जैसे सिक्का जम गया था वह अपनी जगह से हिल ना सका ।

प्रश्न – 1) यह गद्य-खंड किस पाठ से लिया गया है ?
उ: 
यह गद्य-खंड ‘मुर्गी की कीमत’ इस पाठ से लिया गया है ।

2) इस पाठ के लेखक कौन हैं ?
उ:
  इस पाठ के लेखक का नाम भीष्म साहनी है ।

3) अहमदू की क्या दशा थी  ?
उ: अहमदु का चेहरा तमतमा गया था और शरीर सुन्न हो गया था।

4) अहमदु को कैसे प्रतीत हुआ ?
उ:
अहमदू को ऐसा प्रतीत हुआ कि संसार की गति एकदम रुक गई है और लारी हमेशा से वहाँ खड़ी है और खड़ी रहेगी ।

5) अहमदू को हर चीज कैसे लगने लगी ?
उ:
अहमदू को हर चीज निरुद्ध, गतिहीन और भयानक लगने लगी।

6) खाकी वर्दीवाले चपरासी को अपनी तरफ आते देख अहमदू को क्या इच्छा हुई ?
: खाकी वर्दीवाले चपरासी को अपनी तरफ आते देख अहमदु को इच्छा हुई कि लपक कर गाड़ी से उतर जाए और दरिया की राह ले ।

4) चपरासी अपनी छड़ी घुमाता हुआ आया । वर्दी के नीचे से उसकी मैली और फटी हुई कमीज जगह-जगह से झाँक रही थी । जूते भी फटे हुए थे जिस कारण वह रुक-रुक कर कदम उठाता था । लेकिन अहमदू की नजरों में वह एक साधारण इंसान नहीं बल्कि एक विशालकाय दैत्य था। अहमदू के हाथ काँप रहे थे और इन्हें वह लोई के अंदर डालकर बार-बार अपनी तसल्ली करता था कि कहीं मुर्गी के कुड़कूड़ाने  की संभावना तो नहीं ।

प्रश्न – 1) यह गद्य-खंड किस पाठ से लिया गया है ?
उ: 
यह गद्य-खंड ‘मुर्गी की कीमत’ इस पाठ से लिया गया है ।

2) इस पाठ के लेखक कौन हैं ?
उ:
  इस पाठ के लेखक का नाम भीष्म साहनी है ।

3) चपरासी की क्या हालत थी ?
: चपरासी ने वर्दी के नीचे मैली फटी हुई कमीज पहन रखी थी तथा जूते फटे हुए थे जिस कारण वह रुक-रुक कर कदम उठाकर चल रहा था।

4) अहमदू की नजर में चपरासी कौन था ?
उ:
अहमदु की नजर में चपरासी एक साधारण इंसान नहीं बल्कि एक विशालकाय दैत्य था ।

5) अहमदू लोई के अंदर हाथ डाल कर क्या तसल्ली कर रहा था ?
: अहमदू लोई के अंदर हाथ डाल कर यह तसल्ली कर रहा था कि कहीं मुर्गी के कुड़कूड़ाने की संभावना तो नहीं ।

II) निम्नलिखित वाक्य किसने किससे कहें हैं लिखो ।

1) वाह जी ! पाव भर के चूजे के लिए छः आने ।
उ:
अहमदू ने मुर्गी बेचनेवाली लड़की से कहा ।

2) तुम्हे देता ही कौन है ।
उ:
  मुर्गी बेचनेवाली लड़की ने अहमदू से कहा ।

3) मैं इन्हें अपने घर से लाई हूँ ।
उ:
 बुढ़िया ने चपरासी से कहा ।

4) आज की रात बारामूला रवाना होंगे ।
उ:
बुढ़िया ने चपरासी से कहा ।

5) आज ही रात घर जा रहे हो ?
उ:
मुर्गी बेचने वाली लड़की ने अहमदू से कहा ।

III) प्रश्नों के उत्तर दो ।

1) अहमद की क्या आदत बन गई थी ?
उ:
पैसे गिनना अहमदू की आदत बन गई थी ।

2) खिललनमर्ग पर क्या दिखाई दे गया ?
उ:
खिललनमर्ग पर सर्दियों की पहली बर्फ का छींटा दिखाई दे गया ।

3) गुलमर्ग से श्रीनगर कितनी दूर है ?
:  गुलमर्ग से श्रीनगर पच्चीस मील दूर है।

4) अहमदू की पत्नी कैसा जीवन जी रही थी?
उ:
अहमदू की बीस वर्ष की पत्नी बीसियों प्रकार के रिश्तों, सख्तियों और रख-रखाव में अपनी जवानी को पीसती हुई बड़े सब्र से उसकी राह देख रही थी ।

5) अहमदू के घर में कौन-कौन था ?
उ:
  अहमदू के घर में उसकी बीस वर्ष की बीवी और छोटा बेटा नूरु था ।

6) श्रीनगर की ओर जाने वाली सड़क कैसी थी ?
उ: 
श्रीनगर की ओर जाने वाली सड़क के दोनों ओर ऊँचे-ऊँचे सफेदे के पेड़ों की दो कतारें थी और कुछ दूर तक बल खाती हुई और बाद में सीधी सड़क थी ।

7) दोपहर होने तक अहमदू ने कितना सफर तय किया था ?
उ:
दोपहर होने तक अहमदू ने बारह मिल का सफर तय किया था ।

8) अहमदू बसों को ठहरने का इशारा क्यों कर रहा था ?
उ:
भूख और थकावट के कारण अहमदू बसों को शहर ने इशारा कर रहा था ।

9) खाकी वर्दीवाले चपरासी को अपनी तरफ आते देख अहमदू को  क्या इच्छा हुई ?
उ: 
खाकी वर्दीवाले चपरासी को अपनी तरफ आते देख अहमदू को इच्छा हुई कि लपककर गाड़ी से उतर जाए और दरिया की राह ले ।

10) अहमद को चपरासी कैसे प्रतीत हुआ ?
उ:
अहमदू को चपरासी एक साधारण इंसान नहीं बल्कि विशालकाय दैत्य प्रतीत हुआ ।

11)  गरीब तबके के मुसाफिरों की क्या आदत थी ?
उ:
गरीब तबके के मुसाफिरों की आदत थी कि डांट- झपट सुन लेते, मारपीट सह लेते परंतु पूछने पर वह कभी नहीं बताते थे कि उनके पास महसूल की कोई चीज है ।

12) चुंगीघरवाला चपरासी गरीब मुसाफिरों से झिक-झिक क्यों करता था ?
उ: 
चुंगीघरवाला चपरासी गरीब मुसाफिरों से झिक-झिक महज रौब दिखाने के लिए करता था ।

13) अंत में अहमदू की दशा कैसी थी ?
उ: 
अंत में अहमदू के पास ना पैसे थे और न ही आगे के लिए कोई निश्चय करना बाकी था।

भाषा अध्ययन

अ) निम्नलिखित वाक्यों में प्रयुक्त सहायक क्रियाएँ पहचानिए ।

1) पर्यटक लिखित चेतावनी को अनदेखा कर सागर में कूद पढ़ते हैं ।

2) अनाथ लड़की के भाग्य जाग उठे ।

3) मगनसिंह बाहर निकल आया ।

4)  इस तरह की चेतावनी लगातार दी जाती है ।

5) जाना जवान पहाड़ी पर चढ़ने लगे ।

6) सभी दुकानें बंद हो चुकी थी ।

7) नारदजी ने सारा दफ्तर छान डाला ।

8) हमें दूसरों का धन नहीं हड़पना चाहिए ।

9) सीता सो गई ।

10) आयुष ने दवा पी ली ।

11) चिड़ियाँ दाना खाकर उड़ गयी ।

12) उसने गीत गाया होगा ।

13) राधा दौड़ रही है ।

14) वह मंदिर जा सकता है ।

15) वह खाना नहीं बना पाई ।

16) आप कृपया जल्दी नहाया कीजिए।

उत्तर: 1) पढ़ना         2) उठना    3) आना    4) जाना    5) लगना   6) चुकना

7) डालना    8) चाहना    9) जाना   10) लेना   11) जाना    12) होना

13) रहना   14) सकना   15) पाना   16) करना

आ) निम्नलिखित क्रियाओं का सहायक क्रिया के रूप में सार्थक वाक्य में प्रयोग कीजिए ।

1) होना – ट्रेन आने का वक्त हो रहा होगा ।

2) बैठना – बंदर पेड़ पर जा बैठा ।

3) सकना – कोशिश करने पर भी वह पेड़ पर न चढ़ सका।

4) रहना – मनोज अपने मामा के घर रह रहा था ।

5) पाना – बुखार की वजह से पिताजी काम पर न जा पाए ।

6) पड़ना – बच्चा कुर्सी के ऊपर से गिर पड़ा ।

7) करना – मैंने भिखारी की मदद की ।

8) देना – दुकानदार ने बच्चे को मिठाई मुफ्त में दे दी ।

9) लाना – मीना बाजार से गुड़िया खरीद लाई ।

10) जाना – तुम ठीक 4:00 बजे घर आ जाना ।

11) चुकना – पिताजी अखबार पढ़ चुके थे ।

12) लगना – भाभी खाना बनाने लगी ।

13) उठना – बच्चा नींद से जाग उठा ।

14) बन्ना – वह मेरे घर से चलता बना ।

15) आना – कुत्ता मेरी तरफ भागकर आया ।